चुन्नी और चुन्नू का बेटा ,
चीनू बन्दर बड़ा शैतान ,
मोबाइल पर गेम खेलता ,
पढने का न लेता नाम !
हालत उसकी हो गयी पतली ,
सिर पर जब आये एक्जाम ,
मॉम ने उसको गोद बिठाकर ,
याद कराये पाठ तमाम !
डैडी बोले चीनू बेटा ,
आगे से तुम रखना ध्यान ,
खेल के चक्कर में पढाई का ,
करना मत अब नुकसान !
माफ़ी मांगी चीनू ने फिर ,
पकडे अपने दोनों कान ,
माफ़ किया जब मॉम -डैड ने
तब आई मुख पर मुस्कान !
शिखा कौशिक 'नूतन'
4 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज शुक्रवार (17-05-2013) के राजनितिक वंशवाद की फलती फूलती वंशबेल : चर्चा मंच-...1247 में मयंक का कोना पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
वाह ... बहुत ही बढिया ।
क्या बात
बहुत बढिया
bahut hi lazavab.
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