बच्चे भगवान का स्वरुप होते हैं.उनके संसार में दुःख ,निराशा का कोई स्थान नहीं होता और न ही होना चाहिए.बच्चों के साथ रहकर सभी अपने दुःख भूल जाते हैं.भगवान के इन्ही नन्हे फरिश्तों के लिए ये ब्लॉग........
टिंकू चूहा करे शरारत ; शैतानी की उसको आदत , मम्मी जब भी डांटे उसको ; टिंकू को लगती वे आफत एक दिन लेकर लम्बा डंडा उसने चारो और घुमाया , टकराया दीवार से जाकर धक्का खा वो संभल न पाया .
लगी चोट फिर नाक पर आगे , खून निकल कर बाहर आया , दर्द हुआ फिर बड़ी जोर से , रोकर टिंकू था चिल्लाया .
पापा डॉक्टर बुलाकर लाये , डॉक्टर ने मरहम लगाया , मम्मी क्यों थी डांट पिलाती ? आज उसकी समझ में आया !! शिखा कौशिक 'नूतन '
भारतीय हॉकी पुरुष टीम को लन्दन ओलंपिक हेतु हार्दिक शुभकामनायें !
मैदान में आ संभल कर जरा ; हमसे न ऐसे आखें मिला ; स्टिक नहीं ये तलवार है ; भिड़ने को हम भी तैयार हैं ; उबलने लगा हमारा भी खून ! जूनून जूनून हमें हॉकी का जूनून !
चुनौती नहीं ये ललकार है आ जा अगर स्वीकार है ; हमको यकीन होने वाला है ये ; जीत हमारी तेरी हार है ; हराकर ही तुझको आये सुकून ! जूनून जूनून हमें हॉकी का जूनून ! जय हिंद! जय भारत ! शिखा कौशिक
''अक्षिता '' [पाखी ]को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनायें !
सर्वप्रथम हमारी प्यारी सी परी ''अक्षिता '' [पाखी ]को उनके जन्मदिन पर हमारी ओर से हार्दिक शुभकामनायें .ऐसी ही प्यारी बेटियों की ओर से अपने शब्दों में प्रस्तुत कर रही हूँ ये रचना -
हम नन्ही -नन्ही देवी हैं ; हमको है सबसे ये कहना ; कन्या भ्रूण को मत मारो ; वे भी हम सबकी हैं बहना .
कन्या उज्जवल करती दो कुल ; माता,पुत्री, पत्नी,बहना ; नौ दिन पूजा कर लेने से नहीं पाप तुम्हारा है धुलना .
[सभी फोटोस गूगल से साभार ]
पूजन नहीं, हमें वचन दो ऐसे पाप को रोकोगे ; स्वयं कभी ऐसा करने की मन से भी ना सोचोगे .