मम्मी ने सुबह जगाकर कहा
पापा ने गले लगाकर कहा
दादा ने टॉफी देकर कहा
दादी ने गोद बिठाकर कहा
आया बाल दिवस ;मुबारक हो तुमको .
तुम हो आशाओं के दिएँ
कुछ न मुश्किल तुम्हारे लिए
जो सपने 'चाचा' के अब तक अधूरे
तुमको ही तो अब करने हैं पूरे
बगिया के फूलों ने हँसकर कहा
कोयल ने कूह-कूह करके कहा
कलियों ने चट-चट चटक कर कहा
तितली ने थोडा मटक कर कहा
आया बाल दिवस ;मुबारक हो तुमको .
फूलों के जैसे महकते रहो
सूरज के जैसे चमकते रहो
मान बढ़ाना अपने वतन का
झंडा फहराना सदा ही अमन का
मैडम ने पाठ पढ़ाकर कहा
मित्रों ने हाथ मिलाकर कहा
भैय्या ने हमको भगाकर कहा
दीदी ने गाना गाकर कहा
आया बाल दिवस मुबारक हो तुमको .
[web duniya se sabhar sabhi photos ]
शिखा कौशिक
8 टिप्पणियां:
बाल दिवस मुबारक!
बाल दिवस पर इससे अच्छा भला क्या हो सकता है।
बहुत सुंदर
बहुत सुंदर.....हैप्पी चिल्ड्रेन्स डे
बाल-दिवस पर हम बच्चों को इतनी सुन्दर कविता का उपहार देने के लिए आपको ढेर सारा थैंक्यू...और साथ ही बालदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!
शिखा जी ..बहुत सुन्दर प्रकृति से हमें सब मिलता है ..बहुत मजा आया - हमारे सभी प्रिय बच्चों को बाल दिवस की बहुत ढेर सारी -इत्ती सी शुभ कामनाएं --रोशन करो इस जग को ये जहां तुम्हारा है -
बहुत सारा प्यार
भ्रमर ५
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है!
यदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
बालदिवस की शुभकामनाएँ!
भोला बचपन,बाल-दिवस मुबारक हो.
बहुत बढ़िया प्रस्तुति...
सादर बधाईयाँ...
एक टिप्पणी भेजें