बच्चे भगवान का स्वरुप होते हैं.उनके संसार में दुःख ,निराशा का कोई स्थान नहीं होता और न ही होना चाहिए.बच्चों के साथ रहकर सभी अपने दुःख भूल जाते हैं.भगवान के इन्ही नन्हे फरिश्तों के लिए ये ब्लॉग........
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गुरुवार, 10 नवंबर 2011
प्यारी '' अक्षिता '' को हार्दिक शुभकामनायें .
''नन्हे फरिश्तों '' में से एक हमारी प्यारी '' अक्षिता '' को हमारी ओर से ''राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2011 '' हेतु चयनित होने पर हार्दिक शुभकामनायें .
1 टिप्पणी:
आपकी शुभकामनाओं और स्नेह के लिए आभार और प्यार !!
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