बच्चे भगवान का स्वरुप होते हैं.उनके संसार में दुःख ,निराशा का कोई स्थान नहीं होता और न ही होना चाहिए.बच्चों के साथ रहकर सभी अपने दुःख भूल जाते हैं.भगवान के इन्ही नन्हे फरिश्तों के लिए ये ब्लॉग........
जांटी को भी शुभकामनाएं.. अरे जनाब अकेले ही चट करना तुमको भाता इसीलिए तेरे स्वार्थ पर मालिक को गुस्सा आता ...
शालिनी जी जय श्री राधे ..प्रताप गढ़ साहित्य मंच पर शिखा कौशिक जी ने आगाज किया आप भी सहमती दें आप का नाम वहां देखने में आनंद आये ..कृपया बताएं भ्रमर ५ प्रताप गढ़ साहित्य प्रेमी मंच http://bhramarkadardpratapgarhsahityamanch.blogspot.com
3 टिप्पणियां:
हा जी
जांटी को भी शुभकामनाएं..
आमतौर पर हम लोग जांटी को भूल क्यों जाते हैं,
शानदार प्रस्तुति.आभार.
धिक्कार तुम्हे है तब मानव ||
जांटी को भी शुभकामनाएं..
अरे जनाब अकेले ही चट करना तुमको भाता
इसीलिए तेरे स्वार्थ पर मालिक को गुस्सा आता ...
शालिनी जी जय श्री राधे ..प्रताप गढ़ साहित्य मंच पर शिखा कौशिक जी ने आगाज किया आप भी सहमती दें आप का नाम वहां देखने में आनंद आये ..कृपया बताएं
भ्रमर ५
प्रताप गढ़ साहित्य प्रेमी मंच
http://bhramarkadardpratapgarhsahityamanch.blogspot.com
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