बच्चे भगवान का स्वरुप होते हैं.उनके संसार में दुःख ,निराशा का कोई स्थान नहीं होता और न ही होना चाहिए.बच्चों के साथ रहकर सभी अपने दुःख भूल जाते हैं.भगवान के इन्ही नन्हे फरिश्तों के लिए ये ब्लॉग........
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शनिवार, 28 मई 2011
गुरुवार, 26 मई 2011
सुपर सोनिक युग की नानी
सुपर सोनिक युग की नानी
हमारी नानी का जवाब नहीं है ;
उन जैसा दुनिया में कोई और नहीं है ;
सुबह उठकर वे मॉर्निग वॉक पर हैं जाती ;
फिर एक घंटा एक्सरसाइज में बिताती ,
पूजा करती,नाश्ता बनाती ;
स्कूटी पर बैठाकर हमें घुमाकर लाती ,
चौकलेट-टॉफी जितने चाहो हमको हैं दिलवाती ,
सुपर सोनिक युग की नानी दिन में करती चैट ;
आई.पी.एल. के मैच देखकर कहती ''हाउ'स दैट ''
नानी के संग रहकर हमको आता है आनंद ,
इतनी मीठी-इतनी प्यारी जैसे ''कलाकंद''.
शिखा कौशिक
शनिवार, 21 मई 2011
गुरुवार, 19 मई 2011
एक चिड़िया
एक चिड़िया
फुदक-फुदक कर डोल रही है
मेरी बगिया में एक चिड़िया .
कितना मीठा बोल रही है ;
मेरी बगिया में एक चिड़िया .
फव्वारे में नहा रही है ;
मेरी बगिया में एक चिड़िया .
सबका मन बहला रही है ,
मेरी बगिया में एक चिड़िया .
शिखा कौशिक
बुधवार, 4 मई 2011
प्यारे बच्चों के लिए
प्यारे बच्चों
आपके लिए आज मैं एक ऐसा फ़िल्मी गीत लेकर आयी हूँ जो मेरा बचपन से साथी रहा है.मुझे यह बहुत पसंद रहा है आशा करती हूँ ये आपको भी बहुत पसंद आएगा.अच्छा बच्चों ये बताना की दीदी की आवाज़ कैसी लगी.
अब सुनो ध्यान से और अपने महत्व को जानो.
बाय-बाय
तुम्हारी दीदी
शालिनी कौशिक
आपके लिए आज मैं एक ऐसा फ़िल्मी गीत लेकर आयी हूँ जो मेरा बचपन से साथी रहा है.मुझे यह बहुत पसंद रहा है आशा करती हूँ ये आपको भी बहुत पसंद आएगा.अच्छा बच्चों ये बताना की दीदी की आवाज़ कैसी लगी.
अब सुनो ध्यान से और अपने महत्व को जानो.
बाय-बाय
तुम्हारी दीदी
शालिनी कौशिक
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